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Happy Guru Nanak Jayanti |

 


Gurū Nānak, also referred to as Bābā Nānak, was the founder of Sikhism and is the first of the ten Sikh Gurus. His birth is celebrated worldwide as Guru Nanak Gurpurab on Katak Pooranmashi, i.e. October–November.

#gurunanakdevji 

नानक नाम जहाज जो चढ़े सो उतरे पार ...वाहे गुरु

एक ऐसी कौम जिसने देश की आजादी में अपना सबसे ज्यादा बलिदान दिया सलाम है सिख समुदाय को 🙏🙏

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Xiaomi 14 Ultra (Black, 16GB RAM, 512GB Storage) | 50 MP Leica Quad Camera

-17% ₹99,999 M.R.P.: ₹1,19,999  EMI starts at ₹4,848. No Cost EMI available About this item Leica 50MP Quad cameras capture every moment in great detail. LYT 900 1inch image sensor with stepless f/1.63 - f/4.0 variable aperture. Leica Dual telephoto cameras giving freedom of multiple focal lengths. Xiaomi 14 Ultra records 8K video on all the cameras along along Dolby Vision for a professional cinematography experience. The high resolution 32MP front camera comes with smart FoV switching and records videos upto 4K 60fps The 6.73 inch WQHD+ 120Hz LTPO AMOLED display with a peak brightness of 3000nits meets the most demanding needs and provides the best viewing experience. The display reproduces 68 Billion+ colours . It is protected by Xiaomi Shield Glass. Xiaomi 14 boots with Xiaomi's HyperOS out of the box. HyperOS is based on Android 14 The flagship Snapdragon 8 Gen 3, 4nm processor is designed to provide groundbreaking performance. The processor is coupled with fast UFS 4.0 Stora...

राशन कार्ड पर क्या-क्या सामान मिलता है और कितना मिलता है। Family id से Status ऑनलाइन देख सकते है |

  राशन कार्ड पर कितना राशन मिलता है  ration card par kitna ration milta hai : खाद्य विभाग द्वारा पात्रता के अनुसार अलग – अलग राशन कार्ड जारी किये जाते है। अलग – अलग प्रकार के राशन कार्ड के अनुसार राशन कार्ड पर अलग – अलग राशन मिलता है। आज भी कई हितग्राहियों को नहीं पता कि राशन कार्ड पर कितना राशन मिलता है ? लेकिन अगर आप एक राशन कार्ड धारक है, तो इनकी जानकारी आपको जरूर होनी चाहिए। अलग – अलग वर्ग के लोगों को उनकी जरुरत के अनुसार लाभ प्रदान करने के लिए अलग – अलग राशन कार्ड जारी किया जाता है। इसलिए किसी राशन कार्ड धारक को कम राशन तो किसी को अधिक राशन मिलता है। इसके साथ ही राशन की मात्रा भी अलग – अलग होती है। चलिए यहाँ है राशन कार्ड के अनुसार आपको बताते है कि  राशन कार्ड पर क्या-क्या सामान मिलता है और कितना मिलता है। Family id से Status ऑनलाइन देख सकते है | https://epos.haryanafood.gov.in/  

BPL राशन कार्ड बनने शुरू? Family id से Status ऑनलाइन देख सकते है |

हरियाणा सरकार   द्वारा हर व्यक्ति की आय और परिवार की स्थिति के आधार पर   APL/BPL Ration Card New List   को   जारी किया जाता है | इस लिस्ट के आधार पर जो परिवार गरीबी रेखा से नीचे आते है उन लोगो के लिए    BPL राशन कार्ड   बनाये जाते है और जो गरीबी रेखा से ऊपर आते है उनके लिए APL  Ration Card  बनाये जाते है और इस के आधार पर व्यक्ति को APL /BPL  लिस्ट में चुना जाता है | राज्य के लोगो को अब कही जाने की ज़रूरत नहीं है अब लोग घर बैठे इंटरनेट के माध्यम से   Haryana Ration Card List 2022  में अपना नाम चैक कर सकते है | आज हम आपको बताएगे कि आप किस प्रकार राशन कार्ड सूची में अपना नाम देख सकते है | BPL राशन कार्ड   बनने शुरू ? Family id से  राशन कार्ड  Status ऑनलाइन   देख सकते है | https://epds.haryanafood.gov.in/search-rc

Saree with Blouse Material - Embrace Trendy Style and Timeless Elegance in this Exquisite Attire

Free Size Women's Saree With blouse piece Colour: Peach Material composition : 100% Magludi Art Silk Occasion type: Festival, Party, Wedding Machine Wash Versatile and elegant saree suitable for various occasions, including casual parties, festive celebrations, religious ceremonies, and weddings. Timeless design that seamlessly transitions from formal office wear to a chic and trendy ensemble. Crafted from soft fabric for a luxurious feel, ensuring comfort throughout the day. Comes with matching blouse material for customization to suit individual preferences. Embrace style with ease by draping this saree in various captivating ways, allowing for a personalized and fashionable look.

Autoclave working principle and Uses

  Autoclaves are essential devices in medical, laboratory, and industrial settings, known for their effectiveness in sterilizing equipment and materials. Their functionality revolves around the principle of moist heat sterilization, where steam under pressure is used to sterilize various items. This article delves into the autoclave's working principles, sterilization process, diagram, uses, pressure requirements, and the role of manufacturers and exporters in India. Autoclave Working Principle The working principle of an autoclave is based on the principle of moist heat sterilization. This method uses steam under pressure to kill harmful bacteria, viruses, fungi, and spores, ensuring that the items being sterilized are free from any microorganisms. The autoclave generates steam inside a closed chamber, increasing the pressure, which in turn raises the boiling point of water, allowing the steam to reach higher temperatures than boiling water at normal atmospheric pressure. Autoclav...

प्रेमानंद महाराज जी के प्रवचन, भजन, और एकांतिक वार्ता।

घर में मंदिर है तो ये बात जानें ये बातें वरना पछताओगे | premanand satsang video | premanand ji  Q: क्या मंदिर में केवल उन्हीं भगवान की मूर्ति स्थापित करनी चाहिए, जिनकी हम पूजा करते हैं? A: सिद्धांत और प्रेम दोनों महत्वपूर्ण हैं। सिद्धांत के अनुसार यदि आप भगवान शंकर की मूर्ति स्थापित करते हैं, तो पंच देवता (अंबा जी, गणेश जी, कार्तिकेय जी, नंदी केश्वर जी) की भी स्थापना आवश्यक होती है। प्रेम के आधार पर, यदि आपकी प्रीति श्रीकृष्ण से है, तो राधा-कृष्ण की मूर्ति स्थापित करें। Q: क्या घर में पूजा करते समय भगवान की मूर्तियों की स्थापना का नियम अलग होता है? A: हां, घर में पूजा करते समय आप अपनी पसंद के भगवान की मूर्ति स्थापित कर सकते हैं। लेकिन जब मंदिर बनवाते हैं, तो शास्त्रों के अनुसार मर्यादा का पालन करना चाहिए। Q: मंदिर और घर के पूजा स्थल में क्या अंतर है? A: मंदिर एक बड़ा आकार होता है जहां मर्यादा के साथ मूर्तियों की स्थापना होती है। घर में पूजा स्थल छोटा होता है, जैसे एक अलमारी या छोटा सिंहासन, जिसमें हम अपनी व्यक्तिगत पूजा करते हैं। Q: यदि मैं घर पर हनुमान चालीसा और शिव आरती करत...

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राजपूतों का गौरवशाली इतिहास – 1000 राजाओं की श्रृंखला (भाग 1)

राजपूत वीरता का प्रतीक  भारत की धरती ने कई वीर योद्धाओं को जन्म दिया है, लेकिन जब बात शौर्य, त्याग और स्वाभिमान की आती है, तो राजपूतों का नाम सबसे ऊपर आता है। इतिहास के पन्नों में दर्ज इन राजाओं की कहानियाँ सिर्फ युद्ध की नहीं, बल्कि आत्मसम्मान और संस्कृति की भी मिसाल हैं। इस ब्लॉग श्रृंखला में हम जानेंगे 1000 राजपूत राजाओं के बारे में, जिन्होंने भारतीय इतिहास को आकार दिया — भाग दर भाग। आइए शुरू करते हैं पहले भाग से... पहले 25 प्रसिद्ध राजपूत राजाओं के नाम और विवरण: क्र. राजा का नाम                                                        विवरण 1 महाराणा प्रताप :-    मेवाड़ के राजा, अकबर से हल्दीघाटी की लड़ाई लड़ी, स्वतंत्रता का प्रतीक। 2 पृथ्वीराज चौहान :-    अजमेर और दिल्ली के शासक, मोहम्मद गोरी को दो बार हराया। 3 राणा सांगा  :-      राणा प्रताप के पूर्वज, बाबर से...

जनवरी और फरवरी महीने में सब्जियों की बुवाई और देखभाल गाइड

  जनवरी और फरवरी महीने में सब्जियों की बुवाई और देखभाल गाइड जनवरी और फरवरी का समय सब्जियों की खेती के लिए बहुत ही उपयुक्त होता है। इस मौसम में रबी और कुछ ग्रीष्मकालीन सब्जियों की बुवाई की जाती है। यहाँ इस मौसम में उगाई जाने वाली सब्जियों और उनकी देखभाल का विस्तृत विवरण दिया गया है। सब्जी का नाम मौसम बुवाई का समय मिट्टी की तैयारी सिंचाई खाद एवं उर्वरक तुड़ाई का समय बैंगन रबी/ग्रीष्म जनवरी-फरवरी दोमट मिट्टी 10-12 दिन में एक बार गोबर की खाद, नाइट्रोजन 80-100 दिन बाद मिर्च रबी जनवरी-फरवरी अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी 7-10 दिन में एक बार नाइट्रोजन, फास्फोरस 90-120 दिन बाद गाजर रबी जनवरी तक बलुई दोमट मिट्टी 7-10 दिन में एक बार जैविक खाद 80-100 दिन बाद मूली रबी जनवरी तक दोमट मिट्टी 7-10 दिन में एक बार गोबर की खाद 40-60 दिन बाद पालक रबी जनवरी-फरवरी कार्बनिक पदार्थ युक्त मिट्टी 5-7 दिन में हल्की सिंचाई नाइट्रोजन 30-40 दिन बाद टमाटर रबी/ग्रीष्म जनवरी-फरवरी भुरभुरी, जैविक पदार्थ से भरपूर 7-10 दिन में एक बार नाइट्रोजन, फास्फोरस, पोटाश 60-90 दिन बाद धनिया रबी/ग्रीष्म जनवरी-फरवरी उपजाऊ मिट्टी 7-1...

हर गांव गोशाला हो तभी शुद्धता घर-घर हो!

इस नारे के पीछे के उद्देश्य: यह नारा न सिर्फ गौ-संरक्षण को बढ़ावा देता है, बल्कि सांस्कृतिक पुनर्जागरण और ग्राम स्वावलंबन की ओर एक मजबूत कदम है। 1. गौमाता की सेवा: गाय को हिंदू धर्म में मां का दर्जा प्राप्त है। इस नारे से हर गांव में गोमाता की सेवा और देखभाल सुनिश्चित होगी। 2. आवारा पशु समस्या का समाधान: हर गांव में गोशाला होगी तो सड़कों पर बेसहारा घूम रही गायें सुरक्षित रहेंगी और ट्रैफिक व फसल नुकसान की समस्या भी कम होगी। 3. स्वदेशी व आत्मनिर्भर भारत: गौमूत्र, गोबर से:  जैविक खेती गोबर गैस प्राकृतिक कीटनाशक आयुर्वेदिक दवाइयां सब कुछ स्वदेशी उत्पादों पर आधारित होगा। 4. ग्राम विकास और रोजगार: हर गांव में गोशाला स्थापित करने से: स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा युवाओं के लिए गो-सेवा एवं कृषि आधारित स्टार्टअप के अवसर बढ़ेंगे 📢 इसे एक जन आंदोलन बनाएं: ✅ ग्राम पंचायत प्रस्ताव पास कराएं ✅ जन-जागरूकता अभियान चलाएं ✅ सरकारी योजनाओं की सहायता लें गाय के दूध और घी से बने उत्पाद जो आप खरीद सकते हैं