मुस्लिमों से निवेदन है, कि हमला करने मंदिर न जाया करें! इससे नफरत फैलती है, साथ में समय की बरबादी भी होती है।
कुटाई अलग से. क्योंकि काफिरों की संख्या वहाँ ज्यादा होती है। इससे अच्छा है कि आप लोग दरगाहों, मजारों पर जाने वाले हिंदुओं को कूटकर अपना गुस्सा शांत किया करें!!
जितनी मर्जी उतना मारें कोई दिक्कत नहीं। हाथ, लात, डंडा, लाठी से काफिरों को जी भरके पूरी तसल्ली, इत्मीनान से कूटें।
इतना कूटें कि वह चलना फिरना तो दूर दरगाह, मजार की तरफ देखना भूल जाएं। शबाब मिलेगा सो मिलेगा हमारे जैसों की दुआएं अलग से मिलेगी🥰
जय श्रीराम 🚩🚩