#जरूर_पढ़े ..........👇👇👇👇
सन् 1840 में काबुल में युद्ध में 8000 पठान मिलकर भी 1200 राजपूतो का मुकाबला 1 घंटे भी नही कर पाये।
वही #इतिहासकारो का कहना था की चित्तोड की तीसरी लड़ाई जो 8000 राजपूतो और 60000 मुगलो के मध्य हुयी थी वहा अगर राजपूत 15000 राजपूत होते तो अकबर भी जिंदा बचकर नहीं जाता।
इस युद्ध में 48000 सैनिक मारे गए थे जिसमे 8000
राजपूत और 40000 मुग़ल थे वही 10000 के करीब
घायल थे।
और दूसरी तरफ गिररी सुमेल की लड़ाई में 15000
राजपूत 80000 तुर्को से लडे थे, इस पर घबराकर शेर
शाह सूरी ने कहा था "मुट्टी भर बाजरे (मारवाड़)
की खातिर हिन्दुस्तान की सल्लनत खो बैठता"
उस युद्ध से पहले जोधपुर महाराजा मालदेव जी नहीं गए
होते तो शेर शाह ये बोलने के लिए जीवित भी नही
रहता।
इस देश के इतिहासकारो ने और स्कूल कॉलेजो की
किताबो मे आजतक सिर्फ वो ही लडाई पढाई
जाती है जिसमे हम कमजोर रहे,
वरना बप्पा रावल और राणा सांगा जैसे योद्धाओ का नाम तक सुनकर मुगल की औरतो के गर्भ गिर जाया करते थे, रावत रत्न सिंह चुंडावत की रानी हाडा का त्यागपढाया नही गया जिसने अपना सिर काटकर दे दिया था।
पाली के आउवा के ठाकुर खुशहाल सिंह
को नही पढाया जाता, जिन्होंने एक अंग्रेज के अफसर का सिर काटकर किले पर लटका दिया था।
जिसकी याद मे आज भी वहां पर मेला लगता है। दिलीप सिंह जूदेव का नही पढ़ाया जाता जिन्होंने एक लाख आदिवासियों को फिर से हिन्दू बनाया था।
#महाराजाअनंगपालसिंह_तोमर
#महाराणाप्रतापसिंह
#महाराजारामशाहसिंह_तोमर
#वीरराजेशिवाजी
#राजा_विक्रमाद्तिया
#वीरपृथ्वीराजसिंहचौहान
#हमीरदेवचौहान
#भंजिदल_जडेजा
#राव_चंद्रसेन
#वीरमदेव_मेड़ता
#बाप्पा_रावल
#नागभट_प्रतिहार(पढियार)
#मिहिरभोज_प्रतिहार(पढियार)
#राणा_सांगा
#राणा_कुम्भा
#रानी_दुर्गावती
#रानी_पद्मनी
#रानी_कर्मावती
#भक्तिमति_मीरा मेड़तनी
#वीर_जयमल मेड़तिया
#कुँवर_शालिवाहन सिंह तोमर
#वीर_छत्रशाल बुंदेला
#दुर्गादास राठौर
#कुँवर_बलभद्र सिंह तोमर
#मालदेव राठौर
राजसिंह
सोनिगरा
#राजा भोज
#राजा_हर्षवर्धन बैस
बन्दा सिंह बहादुर
इन जैसे महान योद्धाओं को नही पढ़ाया/बताया जाता है, जिनके नाम के स्मरण मात्र से ही शत्रुओं के शरीर में आज भी कंपकंपी शुरू हो जाती 🚩।।
#जय जय राजपुताना
#जय_भवानी
WhatsApp Share /
Facebook Share