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Showing posts from February, 2022

☀️🚩राजा जयचन्द कभी गद्दार नहीं थे!!!🚩☀️

जोधा मानसिंह ओर जयचन्द का नाम लेकर राजपूतो पर लांछन लगाने वालों को जवाब एक और झूठा प्रचार वामपंथी और मुस्लिम इतिहासकारो ने फैलाया है , की राजपूत राजाओ ने मुगलो से वैवाहिक सम्बन्ध स्थापित कर लिए। यह बिलकुल झूठ और बेमानीपूर्ण कपट प्रचार हिन्दू विरोधी मानसिकता के लोगो ने किया है। यह मानना एकदम बेहूदगी है की मधपि लम्पट , कामुक और विदेशी व्यक्ति के हाथों राजपूत अपनी कन्यायें देंगे , जो राजपूत कन्या अपने मान और कुलगौरव की रक्षा के लिए जीवित ही अग्नि की ज्वाला में होम हो जाती थी , जो मरते समय तक शाके कर मरना पसंद करती थी , उन राजपूतो ने अपनी कन्याएं मुगलो के हरम मे भेजी हो , ऐसी कल्पना करना ही मूर्खता की पराकष्ठा है। इसमें एक उदाहरण आमेर के राजा भारमल का दिया जाता है की उसने अपनी बेटी मुगलो को ब्याही थी। आज गहरे शोध के बाद इतिहासकार इस निष्कर्ष पहुंचे है , की राजा भारमल के तो जोधाबाई नाम की कोई बेटी ही नहीं थी , अकबर के संपत्ति शरीफुद्दीन ने आमेर पर अनेक आक्रमण किये थे , एक आक्रमण में उसने राजा भारमल के तीन भतीजे भी पकड़ लिए थे , उनके नाम थे , जगन्नाथ , राजसिंह और खंगर। इतिहासकार पी. एन ओक साह...

बहुत प्यारी होती है बेटियाँ...... 💞💞 न जाने लोग बोझ क्यों समझते हैं बेटियाँ ll

☝️जरूर पढें ✍️✍️ बेटी जब शादी के मंडप से ससुराल जाती है तब पराई नहीं लगती मगर जब वह मायके आकर हाथ मुंह धोने के बाद सामने टंगे टाविल के बजाय अपने बैग से छोटे से रुमाल से मुंह पौंछती है , तब वह पराई लगती है. जब वह रसोई के दरवाजे पर अपरिचित सी खड़ी हो जाती है , तब वह पराई लगती है. जब वह पानी के गिलास के लिए इधर उधर आँखें घुमाती है , तब वह पराई लगती है. जब वह पूछती है वाशिंग मशीन चलाऊँ क्या तब वह पराई लगती है. जब टेबल पर खाना लगने के बाद भी बर्तन खोल कर नहीं देखती तब वह पराई लगती है. जब पैसे गिनते समय अपनी नजरें चुराती है तब वह पराई लगती है. जब बात बात पर अनावश्यक ठहाके लगाकर खुश होने का नाटक करती है तब वह पराई लगती है..... और लौटते समय 'अब कब आएगी' के जवाब में 'देखो कब आना होता है' यह जवाब देती है, तब हमेशा के लिए पराई हो गई ऐसे लगती है. लेकिन गाड़ी में बैठने के बाद जब वह चुपके से  अपनी आखें छुपा के सुखाने की कोशिश करती । तो वह परायापन एक झटके में बह जाता तब वो पराई सी लगती 😭😭😭😭 नहीं चाहिए हिस्सा भइया मेरा मायका सजाए रखना , कुछ ना देना मुझको  बस प्यार बनाए रखना , पापा के...

राजपुताना की शौर्य गाथा, धन्य थे वो हिन्दुस्तान के वीर 🚩।।

  #जरूर_पढ़े ..........👇👇👇👇 सन् 1840 में काबुल में युद्ध में 8000 पठान मिलकर भी 1200 राजपूतो का मुकाबला 1 घंटे भी नही कर पाये। वही #इतिहासकारो का कहना था की चित्तोड की तीसरी लड़ाई जो 8000 राजपूतो और 60000 मुगलो के मध्य हुयी थी वहा अगर राजपूत 15000 राजपूत होते तो अकबर भी जिंदा बचकर नहीं जाता। इस युद्ध में 48000 सैनिक मारे गए थे जिसमे 8000 राजपूत और 40000 मुग़ल थे वही 10000 के करीब घायल थे। और दूसरी तरफ गिररी सुमेल की लड़ाई में 15000 राजपूत 80000 तुर्को से लडे थे, इस पर घबराकर शेर शाह सूरी ने कहा था "मुट्टी भर बाजरे (मारवाड़) की खातिर हिन्दुस्तान की सल्लनत खो बैठता" उस युद्ध से पहले जोधपुर महाराजा मालदेव जी नहीं गए होते तो शेर शाह ये बोलने के लिए जीवित भी नही रहता। इस देश के इतिहासकारो ने और स्कूल कॉलेजो की किताबो मे आजतक सिर्फ वो ही लडाई पढाई जाती है जिसमे हम कमजोर रहे, वरना बप्पा रावल और राणा सांगा जैसे योद्धाओ का नाम तक सुनकर मुगल की औरतो के गर्भ गिर जाया करते थे, रावत रत्न सिंह चुंडावत की रानी हाडा का त्यागपढाया नही गया जिसने अपना सिर काटकर दे दिया था। पाली के आउवा के ठ...

Banana Dosa Recipe

 Ingredients 250g all-purpose flour (maida) 4 bananas, mashed 1 egg 75g sugar 2g cardamom powder 1/4 tsp baking powder 1 1/2 glass milk 50g oil Method Beat the egg , add sugar, milk and mashed bananas. These ingredients can also be mixed in a blender. To the flour, add the above banana mixture and mix to form dosa batter. Now add cardamom powder and baking powder to the batter and mix. Heat a flat pan and make thin dosas. Fry both sides until golden brown in color with little oil. Serve hot with any juice. WhatsApp Share / Facebook Share

राजपूताने पर मुगलों का कभी वर्चस्व हुआ ही नहीं,,,,

 राजस्थान का एक भी जिला मुगलों के नाम पर नहीं हैं और शेष भारत में ढेरों जिले हैं जो मुगलों के नाम पर हैं....* कारण सिर्फ यह है कि राजपूताने पर मुगलों का कभी वर्चस्व हुआ ही नहीं,,,, और ये बात इतिहास में कभी पढाई ही नहीं गई!! राजस्थान के 33 जिले हैं जिनके नाम हैं... 01) गंगानगर 02) बीकानेर 03) जैसलमेर 04) बाडमेर 05) जालोर 06) सिरोही 07) उदयपुर 08) डूंगरपुर 09) बांसवाड़ा 10) प्रतापगढ़ 11) चित्तौड़गढ़ 12) झालावाड़ 13) कोटा 14) बारां 15) सवाईमाधोपुर 16) करौली 17) धौलपुर 18) भरतपुर 19) अलवर 20) जयपुर 21) सीकर 22) झुंझुनू 23) चूरु 24) भीलवाड़ा 25) हनुमानगढ़ 26) नागौर 27) जोधपुर 28) पाली 29) अजमेर 30) बूंदी 31) राजसमंद 32) टोंक 33) दौसा.!! कृपया इन नामों पर ध्यान दीजिए, नाम से ही पता चलता है कि राजपूतों ने क्या और कैसे किया..... अब जिलों का परिचय:-  अजमेर :- अजमेर  27 मार्च 1112 में चौहान राजपूत वंश के  तेइसवें शासक अजयराज चौहान ने बसाया...!! बीकानेर :- बीकानेर का पुराना नाम जांगल देश राव बीका जी राठौड़ के नाम से बीकानेर पड़ा.!! गंगानगर :- महाराजा गंगा सिंह जी से गंगानगर पड़ा.!...

मत चूको चौहान ये गौरवगाथा अपने बच्चों को अवश्य सुनाए💐💐💐💐💐💐

  मत चूको चौहान वसन्त पंचमी का शौर्य चार बांस, चौबीस गज, अंगुल अष्ठ प्रमाण! ता ऊपर सुल्तान है, मत चूको चौहान!! वसंत पंचमी का दिन हमें "हिन्दशिरोमणि पृथ्वीराज चौहान" की भी याद दिलाता है। उन्होंने विदेशी इस्लामी आक्रांता मोहम्मद गौरी को 16 बार पराजित किया और उदारता दिखाते हुए हर बार जीवित छोड़ दिया, पर जब वे सत्रहवीं बार पराजित हुए, तो मोहम्मद गौरी ने उन्हें नहीं छोड़ा। वह उन्हें अपने साथ बंदी बनाकर काबुल अफगानिस्तान ले गया और वहाँ उनकी आंखें फोड़ दीं। पृथ्वीराज का राजकवि चन्द बरदाई पृथ्वीराज से मिलने के लिए काबुल पहुंचा। वहां पर कैद खाने में पृथ्वीराज की दयनीय हालत देखकर चंद्रवरदाई के हृदय को गहरा आघात लगा और उसने गौरी से बदला लेने की योजना बनाई।  चंद्रवरदाई ने गौरी को बताया कि हमारे राजा एक प्रतापी सम्राट हैं और इन्हें शब्दभेदी बाण (आवाज की दिशा में लक्ष्य को भेदनाद्ध चलाने में पारंगत हैं, यदि आप चाहें तो इनके शब्दभेदी बाण से लोहे के सात तवे बेधने का प्रदर्शन आप स्वयं भी देख सकते हैं।  इस पर गौरी तैयार हो गया और उसके राज्य में सभी प्रमुख ओहदेदारों को इस कार्यक्रम को देखने...

दोस्ती में प्यार का एहसास

 दोस्ती में प्यार वह एहसास है जहां आप अपने दोस्त की खुशी के लिए महसूस करते हैं, दोस्त की परवाह करना हमेशा आपके दिमाग में होता है, जब आप स्पष्ट रूप से व्यक्त करने की आवश्यकता महसूस किए बिना अपने दोस्त की आंखों में देखकर भावनाओं को समझ सकते हैं। अपने दोस्तों की इच्छाओं और खुशियों को अपने से ऊपर रखना दोस्ती में प्यार का एहसास है। दोस्ती आपको अपने दोस्त के लिए सॉफ्ट-कॉर्नर देती है। आप अपने दोस्त के बारे में अच्छा सोचते हैं और उसकी कंपनी में रहना पसंद करते हैं। आप अपने दोस्तों की वजह से आराम महसूस करते हैं और अकेला नहीं महसूस करते हैं।”प्यार” किसी भी तरह के रिश्ते में मिठास का सार है, चाहे वह दोस्ती हो या पारिवारिक रिश्ता या कुछ और, या सिर्फ एक जुनून। जब आप प्यार करते हैं, तो आप जिम्मेदार महसूस करते हैं और किसी चीज़ से जुड़े होते हैं। आप अपने प्रियजन के प्रति समर्पण की भावना महसूस करते हैं। अगर प्यार नहीं है, तो उसमें कोई आकर्षण नहीं है और आप आसानी से विचलित / ऊब जाएंगे। प्रेम आपको जीवन की एक वजह और एक मकसद देता है। यह वास्तव में प्यार की भावना है जो आपको अपनी दोस्ती/रिश्ते में संतुष्टि...

Life is very beautiful !!!

  एक  नगर  में  एक  मशहूर  चित्रकार  रहता था । चित्रकार  ने  एक  बहुत  सुन्दर तस्वीर  बनाई और उसे  नगर  के  चौराहे  मे  लगा  दिया  और   नीचे  लिख  दिया  कि  जिस किसी  को , जहाँ  भी   इस में  कमी  नजर  आये  वह  वहाँ  निशान  लगा  दे । जब  उसने  शाम  को  तस्वीर देखी   उसकी  पूरी  तस्वीर  पर  निशानों  से  ख़राब  हो  चुकी थी ।  यह  देख  वह  बहुत  दुखी  हुआ । उसे कुछ  समझ  नहीं  आ  रहा  था  कि  अब  क्या  करे  वह  दुःखी  बैठा  हुआ  था  ।  तभी  उसका एक मित्र  वहाँ  से  गुजरा  उसने  उस  के  दुःखी होने  का  कारण  पूछा  तो  उसने  उसे  पूरी  घटना बताई । उसने कहा...

भारतीय मुद्रा, आज हम जानेंगे रुपया कैसे बना

  जय माता जी की रुपया कैसे बना या आज हम जानते हैं रुपए के बनने के लिए कितने उसमें जुड़ा हुए हैं शायद नई पीढ़ी को तो पता भी नहीं है आज हम जानेंगे रुपया कैसे बना पहले कैसे बोलते थे लोग यह है भारतीय मुद्रा जय राजपूताना

क्या भगवान हमारे द्वारा चढ़ाया गया भोग खाते हैं ?

  क्या भगवान हमारे द्वारा चढ़ाया गया भोग खाते हैं ? यदि खाते हैं, तो वह वस्तु समाप्त क्यों नहीं हो जाती ? और यदि नहीं खाते हैं, तो भोग लगाने का क्या लाभ ? एक लड़के ने पाठ के बीच में अपने गुरु से यह प्रश्न किया। गुरु ने तत्काल कोई उत्तर नहीं दिया। वे पूर्ववत् पाठ पढ़ाते रहे।  उस दिन उन्होंने पाठ के अन्त में एक श्लोक पढ़ाया:   पूर्णमदः पूर्णमिदं पूर्णात् पूर्णमुदच्यते ।  पूर्णस्य पूर्णमादाय पूर्णमेवावशिष्यते ॥ पाठ पूरा होने के बाद गुरु ने शिष्यों से कहा कि वे पुस्तक देखकर श्लोक कंठस्थ कर लें। एक घंटे बाद गुरु ने प्रश्न करने वाले शिष्य से पूछा कि उसे श्लोक कंठस्थ हुआ कि नहीं ? उस शिष्य ने पूरा श्लोक शुद्ध-शुद्ध गुरु को सुना दिया।  फिर भी गुरु ने सिर 'नहीं' में हिलाया, तो शिष्य ने कहा कि" वे चाहें, तो पुस्तक देख लें; श्लोक बिल्कुल शुद्ध है।” गुरु ने पुस्तक देखते हुए कहा“ श्लोक तो पुस्तक में ही है, तो तुम्हारे दिमाग में कैसे चला गया ? शिष्य कुछ भी उत्तर नहीं दे पाया । तब गुरु ने कहा “ पुस्तक में जो श्लोक है, वह स्थूल रूप में है। तुमने जब श्लोक पढ़ा, तो वह सूक्ष्...

एक व्यक्ति ने अपने गुरु से पूछा?मेरे कर्मचारी,मेरी पत्नी,मेरे बच्चे और सभी लोग मतलबी हैं।कोई भी सही नहीं हैं क्या करूं ? गुरु जी थोडा मुस्कुराये और उसे एक कहानी सुनाई।

    एक व्यक्ति ने अपने गुरु से पूछा?मेरे कर्मचारी,मेरी पत्नी,मेरे बच्चे और सभी लोग मतलबी हैं।कोई भी सही नहीं हैं क्या करूं ? गुरु जी थोडा मुस्कुराये और उसे एक कहानी सुनाई।  एक गाँव में एक विशेष कमरा था जिसमे 1000 शीशे लगे थे।एक छोटी लड़की उस कमरे में गई और खेलने लगी।उसने देखा 1000 बच्चे उसके साथ खेल रहे हैं और वो उन प्रतिबिम्ब बच्चो के साथ खुश रहने लगी।जैसे ही वो अपने हाथ से ताली बजाती सभी बच्चे उसके साथ ताली बजाते।उसने सोचा यह दुनिया की सबसे अच्छी जगह है और यहां बार बार आना चाहेगी। थोड़ी देर बाद इसी जगह पर एक उदास आदमी कहीं से आया।उसने अपने चारो तरफ हजारों दु:ख से भरे चेहरे देखे।वह बहुत दु:खी हुआ।उसने हाथ उठा कर सभी को धक्का लगाकर हटाना चाहा तो उसने देखा हजारों हाथ उसे धक्का मार रहे है।उसने कहा यह दुनिया की सबसे खराब जगह है वह यहां दोबारा कभी नहीं आएगा और उसने वो जगह छोड़ दी। *इसी तरह यह दुनिया एक कमरा है जिसमें हजारों शीशे लगे है।जो कुछ भी हमारे अंदर भरा होता है वो ही प्रकृति हमें लौटा देती है।अपने मन और दिल को साफ़ रखें तब यह दुनिया आपके लिए स्वर्ग की तरह ही है। 🙏🙏🙏🙏

राजस्थान की शौर्य गाथा, धन्य थे वो हिन्दुस्तान के वीर

 राजस्थान की शौर्य गाथा शूरवीर हिंदूओ के 11 महान सत्य   1. चित्तौड़ के जयमाल मेड़तिया ने एक ही झटके में हाथी का सिर काट डाला था । 2. करौली के जादोन राजा अपने सिंहासन पर बैठते वक़्त अपने दोनो हाथ जिन्दा शेरों पर रखते थे । 3. जोधपुर के जसवंत सिंह के 12 साल के पुत्र पृथ्वी सिंह ने हाथोँसे औरंगजेब के खूंखार भूखे जंगली शेर का जबड़ा फाड़ डाला था । 4. राणा सांगा के शरीर पर युद्धोंके छोटे-बड़े 80 घाव थे। युद्धों में घायल होने के कारण उनके एक हाथ नहीं था, एक पैर नही था, एक आँख नहीं थी। उन्होंने अपने जीवन-काल में 100 से भी अधिक युद्ध लड़े थे । 5. एक राजपूत वीर जुंझार जो मुगलों से लड़ते वक्त शीश कटने के बाद भी घंटे तक लड़ते रहे आज उनका सिर बाड़मेर में है, जहाँ छोटा मंदिर हैं और धड़ पाकिस्तान में है। 6. रायमलोत कल्ला का धड़, शीश कटने के बाद लड़ता-लड़ता घोड़े पर पत्नी रानी के पास पहुंच गया था तब रानी ने गंगाजल के छींटे डाले तब धड़ शांत हुआ। 7. चित्तौड़ में अकबर से हुए युद्ध में जयमाल राठौड़ पैर जख्मी होने की वजह से कल्ला जी के कंधे पर बैठ कर युद्ध लड़े थे। ये देखकर सभी युद्ध-रत साथियों को ...

🚩🙏विष्णु भगवान ने पृथ्वी को किस समुद्र से निकाला था जबकि समुद्र पृथ्वी पर ही है?

 🚩🙏विष्णु भगवान ने पृथ्वी को किस समुद्र से निकाला था जबकि समुद्र पृथ्वी पर ही है? बचपन से मेरे मन में भी ये सवाल था कि आखिर कैसे पृथ्वी को समुद्र में छिपा दिया जबकि समुद पृथ्वी पर ही है हिरण्यकश्यप का भाई हिरण्याक्ष ने पृथ्वी को ले जाकर समुद्र में छिपा दिया था। फलस्वरूप भगवान विष्णु ने सूकर का रूप धारण करके हिरण्याक्ष का वध किया और पृथ्वी को पुनः उसके कच्छ में स्थापित कर दिया। इस बात को आज के युग में एक दंतकथा के रूप में लिया जाता था लोगों का ऐसा मानना था कि ये सरासर गलत और मनगढंत कहानी है लेकिन नासा के एक खोज के अनुसार … खगोल विज्ञान की दो टीमों ने ब्रह्मांड में अब तक खोजे गए पानी के सबसे बड़े और सबसे दूर के जलाशय की खोज की है उस जलाशय का पानी हमारी पृथ्वी के समुद्र के 140 खरब गुणा पानी के बराबर है जो 12 बिलियन से अधिक प्रकाश-वर्ष दूर है जाहिर सी बात है कि उस राक्षस ने पृथ्वी को इसी जलाशय में छुपाया होगा इसे आप भवसागर भी कह सकते हैं क्योंकि हिन्दू शास्त्र में भवसागर का वर्णन किया गया है। जब मैंने ये खबर पढ़ा तो मेरा भी भ्रम दूर हो गया और अंत मे मैं सिर्फ इतना ही कहना चाहूंगा कि ज...

कौशल रोजगार निगम की पात्रता तथा महत्वपूर्ण दस्तावेज👇🏻👇🏻

 जैसे हरियाणा मे पक्की सरकारी नौकरियों की भर्ती HSSC, या HPSC करता है, उसी प्रकार कच्चे कर्मचारियों की भर्ती HKRN द्वारा की जाएगी। हरियाणा के अंतर्गत निम्नलिखित सभी विभागों मे DC रेट या कान्ट्रैक्ट पर जो भी भर्ती होंगी वो हरियाणा कौशल रोजगार निगम के माध्यम से होंगी। All Government Departments Boards Corporations Statutory Entities State Universities, and Other Agencies owned and controlled by the State Government प्रथम चरण मे ऐसे सभी व्यक्ति, जो हरियाणा के किसी भी सरकारी विभाग, निगम, बोर्ड, विश्वविद्यालय व अन्य सरकारी संस्थान आदि मे पहले कभी अनुबंध आधार पर कार्यरत थे परंतु आज कार्यरत नहीं हैं, HKRN पोर्टल पर रेजिस्ट्रैशन कर सकते है। कौशल रोजगार निगम की पात्रता तथा महत्वपूर्ण दस्तावेज👇🏻👇🏻 आवेदक हरियाणा का स्थाई निवासी होना अनिवार्य है। आधार कार्ड निवास प्रमाण पत्र आय प्रमाण पत्र आयु का प्रमाण राशन कार्ड पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ ईमेल आईडी मोबाइल नंबर न्यूनतम आयु :- उम्मीदवार की न्यूनतम आयु 18 वर्ष से कम नहीं होनी चाहिए।  अधिकतम  आयु :-  उम्मीदवार की अधिकतम आयु 56 वर...

मुफ्त की आदत....!

  मुफ्त की आदत....! एक अँधा भीख मांगता हुआ राजा के द्वार पर पंहुचा। राजा को उस पर दया आ गयी, राजा ने प्रधानमंत्री से कहा- "यह भिक्षुक जन्मान्ध नहीं है, यह ठीक हो सकता है, इसे राजवैद्य के पास ले चलो।" (दोनों उसे पकड़कर ले जाते हैं) रास्ते में राजा का मंत्री कहता है "महाराज आपसे एकांत में कुछ कहना चाहता हूं। "दोनों भिक्षुक को वहीँ बैठाकर दूसरी ओर जाते हैं। मंत्री कहता है "महाराज यह भिक्षुक शरीर से हृष्ट-पुष्ट है, यदि इसकी रौशनी लौट आयी तो इसे आपका सारा भ्र्ष्टाचार दिखेगा, आपकी शानोशौकत और फिजूलखर्ची इसे दिखेगी।आपके राजमहल की विलासिता और आपके रनिवास का अथाह खर्च इसे दिखेगा, इसे यह भी दिखेगा कि जनता भूख और प्यास से तड़प रही है, सूखे से अनाज का उत्पादन हुआ ही नहीं और आपके सैनिक पहले से चौगुना लगान वसूल रहे हैं। शाही खर्चे में बढ़ोत्तरी के कारण राजकोष रिक्त हो रहा है, जिसकी भरपाई हम सेना में कटौती करके कर रहे हैं, इससे हजारों सैनिक और कर्मचारी बेरोजगार हो गए हैं। ठीक होने पर यह भिक्षुक औरों की तरह ही रोजगार की मांग करेगा और आपका ही विरोधी बन जायेगा। मेरी मानिये तो यह आप...